एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ (हपुटवा) ने जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। संघ द्वारा जारी बयान में कहा गया कि हमलावरों द्वारा धर्म पूछ-पूछकर केवल हिंदू श्रद्धालुओं को निशाना बनाना एक अमानवीय और निंदनीय कृत्य है। इस प्रकार की घटनाएं समस्त भारतवासियों में आक्रोश उत्पन्न करती हैं और अब समय आ गया है कि ऐसे आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए।
हपुटवा के अध्यक्ष डॉ. नितिन व्यास ने कहा कि यह हमला भारत के खिलाफ, विशेष रूप से हिंदू धर्म के खिलाफ रची गई गहरी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि मासूम पर्यटक जो पहलगाम की प्राकृतिक सुंदरता देखने गए थे, उन्हें केवल उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया।
उन्होंने आगे कहा कि इससे पहले बांग्लादेश में भी हिंदू समुदाय के लोगों पर अत्याचार किए गए और पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंदुओं को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा। यह घटनाएं दर्शाती हैं कि भारत की संस्कृति और धर्म को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है।
हपुटवा ने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंकवादी संगठनों और उनके सरगनाओं को चिन्हित कर उन्हें समाप्त किया जाए। साथ ही, पाकिस्तान में स्थित उनके प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट करने की भी आवश्यकता बताई गई। डॉ. व्यास ने कहा कि यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।