एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। प्रदेश सरकार द्वारा हिमफेड के तहत चल रहे शराब ठेकों में तैनात किए गए लोक निर्माण विभाग के मल्टी टास्क वर्करों ने तैनाती पर कड़ा विरोध जताया है। वर्करों ने रामपुर स्थित हिमफेड कार्यालय में अपनी आपत्ति दर्ज करवाते हुए मांग की है कि उन्हें पूर्व की भांति लोनिवि में ही कार्य करने की अनुमति दी जाए।
मल्टी टास्क वर्कर यूनियन रामपुर के उपाध्यक्ष सुशील कुमार सहित विशाल मेहता, अंकुश, राजेंद्र कुमार, प्रदीप ठाकुर, यशपाल, राजकुमार, सुनील कुमार और प्रदीप कुमार ने कहा कि उन्हें बिना किसी पूर्व प्रशिक्षण और बुनियादी सुविधाओं के शराब के ठेकों में काम करने के लिए भेजा गया है। ठेकों पर कार्य का समय सुबह 10 बजे से रात 11 बजे तक है, जबकि लोनिवि में उनका समय सुबह 9 से शाम 5 बजे तक निर्धारित था।
वर्करों ने बताया कि उन्हें 30 किलोमीटर दूर तैनात किया गया है, जबकि नियम अनुसार 8-10 किलोमीटर के दायरे में कार्य करवाने की बात कही गई थी। उनके पास न तो रहने की सुविधा है और न ही खाने-पीने की उचित व्यवस्था। वे अपनी जेब से यात्रा और भोजन का खर्च उठा रहे हैं, जबकि उन्हें केवल ₹4500 मासिक वेतन दिया जा रहा है।
इन कर्मचारियों ने कहा कि आठवीं पास वर्कर स्टॉक की गणना, कैश डिपॉजिट और अन्य वित्तीय दस्तावेजों का संचालन नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उन्हें मानसिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। यूनियन ने सरकार से आग्रह किया है कि उन्हें जल्द से जल्द लोक निर्माण विभाग में वापस तैनात किया जाए।