एआरबी टाइम्स ब्यूरो
धर्मपुर(मंडी)। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के चोलथरा गांव में एनएच निर्माण में अनियमितताओं और लापरवाही के खिलाफ लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। आज सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक सैकड़ों ग्रामीणों ने मुख्य सड़क पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस आंदोलन का नेतृत्व पूर्व ज़िला पार्षद भूपेन्द्र सिंह, पंचायत प्रधान मेहर चन्द गारला, व्यापार मंडल के अध्यक्ष बिहारी लाल और किसान सभा के रणताज़ राणा ने किया। मौके पर एसडीएम स्वाति डोगरा, डीएसपी संजीव गौतम और मौर्थ विभाग के प्रभारी अभियंता तन्मय मौजूद रहे।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि एनएच निर्माण कंपनी द्वारा चोलथरा में बनाए जा रहे बाईपास के कारण स्थानीय बाजार, स्कूल, पंचायत घर, बैंक, सहकारी समिति और अन्य सुविधाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। कंपनी द्वारा की गई लापरवाह कटिंग से कई घरों को खतरा है। पिछले कई महीनों से प्रशासन और कंपनी को ज्ञापन दिए गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे तंग आकर ग्रामीणों को सड़कों पर उतरना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वे कंपनी के पक्ष में काम कर रहे हैं। उन्होंने 27 मई को दमसेहड़ा में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मुकदमा रद्द करने की भी मांग की। इस बार चोलथरा में पुलिस सुबह से ही तैनात रही और अधिकारियों की मौजूदगी में दोपहर 12:30 बजे हमीरपुर से परियोजना निदेशक के पहुंचने पर कंपनी और ग्रामीणों के बीच लिखित समझौता हुआ।
समझौते के अनुसार, अगल 15 दिनों में बाजार की टूटी सड़कों व नालियों की मरम्मत, बाईपास और पुलिया की गुणवत्ता में सुधार, प्रभावित परिवारों के घरों के पास सुरक्षा दीवारों का निर्माण, क्षतिग्रस्त रास्तों और जल स्रोतों की मरम्मत, जल निकासी व्यवस्था और निजी भूमि से डंपिंग हटाने का कार्य पूरा किया जाएगा।
धरने में भारी संख्या में पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया और प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि वादे पूरे नहीं हुए तो अगला आंदोलन और बड़ा होगा।