एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा रोगी कल्याण समिति (RKS) के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं पर यूजर चार्ज लगाने के फैसले पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर ने इस कदम को “अत्यंत दुःखद” बताया।
शिमला में जारी एक प्रेस नोट में सुरजीत ठाकुर ने कहा, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सुक्खू सरकार अब धीरे-धीरे प्रदेश की गरीब और मध्यमवर्गीय जनता का खून चूसने का काम कर रही है। सरकार ने RKS को स्वच्छता, रखरखाव और उपकरणों के लिए उपयोगकर्ता शुल्क लगाने का अधिकार दे दिया है। साथ ही, मरीजों से अब अस्पताल पंजीकरण के समय परामर्श शुल्क के रूप में 10 रुपये भी वसूले जाएंगे।”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह फैसला उन लाखों जरूरतमंदों पर आर्थिक बोझ डालेगा जो पहले से ही महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताते हुए कहा कि “जहां एक ओर सरकार बड़े-बड़े लोकलुभावन वादे करती है, वहीं दूसरी ओर जनता को मिलने वाली मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं पर शुल्क लगाकर उनकी मुश्किलें और बढ़ा रही है।”
उन्होंने सरकार पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाते हुए कहा कि “स्वास्थ्य सेवा कोई विलासिता नहीं बल्कि एक मौलिक अधिकार है। सरकार को चाहिए कि वह निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करे, न कि आम आदमी की जेब पर बोझ डाले।”
आम आदमी पार्टी ने इस फैसले को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने यह निर्णय वापस नहीं लिया तो पार्टी जनता के साथ सड़कों पर उतरकर जोरदार विरोध प्रदर्शन करेगी।