एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रिकांगपिओ। राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला की भाबा वैली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मूलिंग का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना को भूमि हस्तांतरण की संभावनाओं के मद्देनज़र स्थानीय अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों एवं सेना अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण कर विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा कि भाबा वैली न केवल पर्यटन बल्कि सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। भाबा वैली से स्पीति वैली तक सड़क संपर्क स्थापित होने से न केवल बॉर्डर-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सेना की सीमा तक पहुँच सुगम होगी। इसके साथ ही युवाओं को रोज़गार और स्वरोज़गार के नए अवसर भी मिलेंगे, क्योंकि हर साल हजारों ट्रैकर पिन-भाबा पास के रास्ते से गुजरते हैं।
इस अवसर पर मंत्री ने मूलिंग में मेडिटेशन सेंटर स्थापित करने के लिए 20 लाख रुपए की राशि अपनी ऐच्छिक निधि से देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि मूलिंग में जल्द ही साहसिक पर्यटन गतिविधियाँ जैसे रिवर राफ्टिंग, रोपवे, पैरा ग्लाइडिंग आदि की शुरुआत की जाएगी, जिससे यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से और अधिक विकसित होगा।
जनजातीय विकास मंत्री ने वन अधिकार अधिनियम-2006 की जानकारी देते हुए उपस्थित लोगों से इसके लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम कांग्रेस सरकार की देन है और यह गरीबों और जनजातीय समुदाय के हितों की रक्षा के लिए लाया गया है।
इसके अतिरिक्त मंत्री ने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों की समस्याएं भी सुनीं और अधिकारियों को चरणबद्ध समाधान के निर्देश दिए।
कार्यक्रम से पहले मंत्री ने 10,820 फीट की ऊँचाई पर भारत का तिरंगा फहराया, जिससे उपस्थित जनों में देशभक्ति की भावना का संचार हुआ। इस दौरान सरस्वती महिला मंडल यंगपा-1 की महिलाओं ने फूल-मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया।