एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश में स्कूलों का पाठ्यक्रम बदला जाएगा और अब छात्रों को सामान्य ज्ञान विषय भी पढ़ाया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को 70 शिक्षकों को शैक्षणिक यात्रा पर सिंगापुर रवाना करते हुए यह बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव के साथ-साथ प्रशासनिक सुधार भी किए जा रहे हैं, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि शिक्षक तबादला प्रक्रिया को पारदर्शी और तर्कसंगत बनाया गया है। इससे न केवल शिक्षकों को लाभ होगा, बल्कि छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी। राज्य सरकार ने शिक्षकों को वैश्विक अनुभव प्रदान करने के लिए प्रिंसिपल्स अकादमी, सिंगापुर के साथ एक ऐतिहासिक करार किया है। यह पहल शिक्षकों को आधुनिक और नवाचारी शैक्षणिक तकनीकों से अवगत कराएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रमण से ज्ञान और अनुभव में वृद्धि होती है और यही अनुभव शिक्षकों को कक्षा में छात्रों के साथ साझा करने में मदद करेगा। उन्होंने जोर दिया कि सरकार का लक्ष्य 2032 तक हिमाचल प्रदेश को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाला देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। सुक्खू ने यह भी कहा कि सरकारी स्कूलों में योग्य शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं, फिर भी छात्रों के नामांकन में गिरावट देखी जा रही है। इस प्रवृत्ति के पीछे के कारणों का अध्ययन किया जाएगा ताकि समाधान निकाला जा सके। सरकार की ओर से पिछले दो वर्षों में की गई व्यवस्था परिवर्तन की प्रक्रिया के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। असर (एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट) जनवरी 2025 के अनुसार, हिमाचल के बच्चों का पढ़ने का स्तर देश में सबसे बेहतर रहा है। रिपोर्ट के अधिकांश मापदंडों में हिमाचल की स्कूली शिक्षा शीर्ष पर रही है।