शिमला के बीसीएस में बुधवार को सड़क पर बैठकर चीफ इंजीनियर विमल नेगी के लिए इंसाफ मांगते परिजन-कर्मचारी।
एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL)के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले में परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने HPPCL के एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक देसराज पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। बुधवार को परिजनों, HPPCL के कर्मचारियों समेत आम लोगों ने बिलासपुर, शिमला और किन्नौर में विरोध प्रदर्शन किया था। सुबह कर्मचारियों ने बिलासपुर एम्स के बाहर प्रदर्शन कर विमल नेगी के लिए इंसाफ मांगा और वहीं, दोपहर बाद शिमला में HPPCL के बीएससी कार्यालय के बाहर परिजनों और कर्मचारियों ने अफसरों के निलंबन की मांग को लेकर धरना शुरू किया। देर रात तक वे धरने पर बैठे रहे और आरोपी अधिकारियों के निलंबन की मांग पर अड़े रहे। रात साढ़े 10 बजे धरना समाप्त हुआ।
निदेशक देसराज सस्पेंड, हरिकेश को एमडी पद से हटाया, एसीएस को सौंपी जांच
मामले में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए HPPCL के निदेशक (इलेक्ट्रिकल) देसराज को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, हरिकेश मीणा को भी एमडी पद से हटा दिया है। सरकार ने दोनों अधिकारियों को पदों से हटाने के बाद पूरे मामले की जांच एसीएस (गृह) ओंकार शर्मा को सौंपी है। एसीएस परिजनों और कर्मचारियों से बातचीत कर 15 दिन में सरकार को रिपोर्ट सौंपेंगे। बुधवार को सुबह विधानसभा में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने का आश्वासन दिया। दोपहर बाद परिजनों और कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर मीणा और देसराज को निलंबित करने की मांग की, जिसके बाद उन्हें पद से हटा दिया गया और उनके कार्यालय में प्रवेश पर भी रोक लगा दी।
अधिकारियों पर विमल नेगी को प्रताड़ित करने का आरोप
बता दें कि मुख्य अभियंता विमल नेगी 10 मार्च से लापता थे और 18 मार्च को उनका शव बिलासपुर स्थित गोबिंदसागर झील में मिला। नेगी के लापता होने के बाद उनकी पत्नी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एचपीपीसीएल के एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक देसराज समेत अन्य उच्च अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है। उधर, राज्य सरकार ने आरोपी अधिकारियों को हटाने के बाद निदेशक ऊर्जा राकेश प्रजापति को एमडी और निदेशक सिविल सुरेंद्र कुमार को निदेशक (इलेक्ट्रिकल) का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।