एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर । विश्व हिंदू परिषद रामपुर इकाई ने शनिवार दोपहर बाद पुरोहित मंदिर के बाहर हिंदू नववर्ष विक्रमी संवत 2082 के आगमन पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य अतिथि मदन भारती ने कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया, जिसमें परिषद के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन मनोज अग्रवाल व अनु गोस्वामी ने किया, जबकि मंच संचालन विनय शर्मा ने किया।
वक्ताओं ने भारतीय और अंग्रेजी नववर्ष के बीच अंतर को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि भारतीय नववर्ष प्राकृतिक, धार्मिक, शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक और वैज्ञानिक दृष्टि से अधिक महत्वपूर्ण है। चैत्र मास में प्रकृति में बदलाव आता है, ठंड का प्रभाव घटता है, और उर्जा का संचार होता है, जबकि 31 दिसंबर-जनवरी में ऐसा कोई बदलाव नहीं होता। धार्मिक दृष्टि से प्रथम जनवरी को कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता, जबकि भारतीय नववर्ष चैत्र नवरात्रों से प्रारंभ होता है। इस समय पंचांग परिवर्तन होता है और शैक्षणिक सत्र का भी यही समय होता है। आर्थिक रूप से भी यह महत्वपूर्ण समय होता है, क्योंकि वित्तीय वर्ष का समापन व नए बजट का आरंभ इसी दौरान होता है। वैज्ञानिक दृष्टि से भारतीय पंचांग खगोलीय गणना पर आधारित है और चंद्रमा की पूर्णिमा के नक्षत्र के अनुसार महीनों का नामकरण होता है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रिया योग ग्रुप ने योगासन प्रस्तुत किया, बाल रामलीला व लघु नाटक का मंचन हुआ, और ‘भारत को जानो’ प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। भजन मंडली ने धार्मिक भजनों की प्रस्तुति दी, वहीं लोक गायक अशोक पालसरा ने लोकगीतों से समा बांधा। इस अवसर पर लव टू डांस अकादमी, सेवा भारती, नृत्य शिक्षा अकादमी, बालकृष्ण व इशांत सहित कई कलाकारों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का मन मोहा।