भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने एक बार फिर से अपनी क्षमता और कौशल का शानदार प्रदर्शन करते हुए टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया है। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में अद्वितीय प्रदर्शन किया और छह मुकाबले जीतते हुए खिताब पर कब्जा जमाया। फाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका की टीम 20 ओवर में केवल 82 रन पर ऑलआउट हो गई। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और विपक्षी टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोका। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने इसे मात्र 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया और आसानी से खिताब पर कब्जा कर लिया। भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने इससे पहले 2023 में भी इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया था।
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विश्वकप का टाइटल जीतने के बाद जश्न मनातीं भारतीय महिला टीम की सदस्य। एजेंसी |
गेंदबाजों का कमाल
भारतीय गेंदबाजों ने फाइनल मुकाबले में जबरदस्त प्रदर्शन किया। गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करते हुए विपक्षी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। भारत की ओर से गोंगाड़ी त्रिशा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट झटके। वहीं, वैष्णवी, आयुषी और परुनिका सिसौदिया ने 2-2 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा, शबनम शकील को भी एक विकेट मिला। गेंदबाजों की बदौलत भारत ने साउथ अफ्रीका को एक छोटे स्कोर तक सीमित कर दिया।
गोंगाड़ी त्रिशा का शानदार प्रदर्शन
गोंगाड़ी त्रिशा ने इस टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन किया और फाइनल मैच में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न सिर्फ तीन विकेट लिए, बल्कि बल्लेबाजी में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए नाबाद 44 रन बनाए। पूरे टूर्नामेंट में वह भारत की शीर्ष स्कोरर रहीं और अपने दमदार खेल से टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान दिया। गोंगाड़ी त्रिशा ने इस टूर्नामेंट में एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। वह महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप में शतक लगाने वाली पहली बल्लेबाज बनीं। यह टूर्नामेंट का दूसरा संस्करण था और इससे पहले किसी भी खिलाड़ी ने यह उपलब्धि हासिल नहीं की थी।