एआरबी टाइम्स ब्यूरो
सोलन। हिमाचल के सोलन शहर के साथ लगते सलोगड़ा में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक जिंदा महिला को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया और उसके नाम पर दाह संस्कार तक कर दिया गया। यह घटना नगर निगम और संबंधित अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाती है। सलोगड़ा निवासी एक महिला के नाम पर नगर निगम ने मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया, जबकि वह जीवित थी। इस प्रमाणपत्र के आधार पर जीवन बीमा पॉलिसी की धनराशि निकालने की योजना बनाई गई थी।
कंपनी का कर्मी सत्यापन के लिए पहुंचा घर तो फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा
मामले का खुलासा तब हुआ जब इंश्योरेंस कंपनी का एक कर्मी सत्यापन के लिए महिला के घर पहुंचा और उससे संबंधित दस्तावेज मांगे। महिला ने जब कर्मी से इसका कारण पूछा, तो उसने बताया कि उसके नाम से बीमा पॉलिसी क्लेम की जा रही है क्योंकि महिला की मृत्यु हो चुकी है। यह सुनते ही महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई और उसने तुरंत नगर निगम से संपर्क किया। मामला उजागर होने के बाद नगर निगम में हड़कंप मच गया। महिला ने प्रमाणपत्र रद्द करवाने के लिए नगर निगम में आवेदन दिया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। नगर निगम ने मामले की जांच शुरू कर दी है और श्मशान घाट के संबंधित कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।
महिला को दस्तावेज दिखा खुद को करना पड़ा जीवित प्रमाणित
नगर निगम की सहायक आयुक्त बिमला वर्मा के अनुसार, महिला ने अपने आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज दिखाए और खुद को जीवित प्रमाणित किया। मामला गंभीर है और इसकी गहन जांच की जा रही है। दूसरी ओर, थाना प्रभारी हंसराज रुंगटा ने बताया कि नगर निगम की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों और मृत्यु प्रमाणपत्र लेने वालों की पहचान कर उनसे पूछताछ की जा रही है। प्राथमिक जांच से यह आशंका जताई जा रही है कि यह पूरा षड्यंत्र महिला की बीमा राशि हड़पने के लिए रचा गया था। किसी करीबी परिजन या किसी जानकार ने उसके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जीवाड़ा किया। बीमा कंपनी से धनराशि प्राप्त करने की योजना थी, लेकिन सत्यापन के दौरान मामला उजागर हो गया।