दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपनी डिजिटल सेवाओं को और अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब कर्मचारी फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का उपयोग करके स्वयं ही अपना यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जेनरेट और एक्टिवेट कर सकेंगे। यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल और संपर्क रहित है, जिससे देश के करोड़ों नौकरीपेशा लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। पहले, UAN जनरेट करने की जिम्मेदारी नियोक्ता (Employer) पर होती थी। नियोक्ता कर्मचारी का विवरण EPFO को भेजता था, जिसका आधार के माध्यम से सत्यापन किया जाता था। इस प्रक्रिया में कई बार त्रुटियां सामने आती थीं, जैसे कि पिता का नाम या मोबाइल नंबर गलत दर्ज होना, या OTP प्रक्रिया को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रहती थी। वित्तीय वर्ष 2024-25 में बनाए गए 1.26 करोड़ UAN में से केवल 35% ही सक्रिय हो पाए थे। इसके परिणामस्वरूप, क्लेम में देरी और डेटा अपडेट की आवश्यकता जैसी समस्याएं उत्पन्न होती थीं, जिससे कर्मचारियों को असुविधा का सामना करना पड़ता था।
अब क्या बदलाव आया है?
EPFO ने अब एक नई तकनीक, फेस ऑथेंटिकेशन, की शुरुआत की है। इस तकनीक के माध्यम से कर्मचारी अब स्वयं ही अपना UAN जेनरेट और एक्टिवेट कर सकते हैं। यह तकनीक पूर्ण रूप से आधार से जुड़ी हुई है और पहचान की 100% पुष्टि करती है। अब कर्मचारियों को इस कार्य के लिए अपने नियोक्ता पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं होगी और वे सीधे EPFO की विभिन्न सेवाओं, जैसे पासबुक देखना, KYC अपडेट करना और क्लेम दाखिल करना, का लाभ उठा सकेंगे।
प्रक्रिया क्या है?
इस नई सुविधा का लाभ उठाने के लिए कर्मचारियों को निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा:
- सबसे पहले Umang App या AadhaarFaceRD App को अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करें।
- Umang App खोलें और उसमें दिए गए ‘UAN Allotment and Activation’ विकल्प का चयन करें।
- अपना आधार नंबर और उससे लिंक किया गया मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- आपके मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP से अपना प्रमाणीकरण करें।
- अपने डिवाइस का कैमरा चालू करें और एक लाइव फोटो कैप्चर करें।
- आपके द्वारा ली गई फोटो का मिलान आधार डेटा में मौजूद आपकी फोटो से किया जाएगा।
- सफल सत्यापन के बाद, आपका UAN जेनरेट और एक्टिवेट हो जाएगा।
- आपको SMS के माध्यम से आपके UAN की जानकारी प्राप्त होगी, और आप अपना e-UAN कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे।
इस नई सुविधा के अतिरिक्त लाभ:
- मैन्युअल डेटा एंट्री की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।
- फेस ऑथेंटिकेशन पहचान की एक अधिक सुरक्षित विधि है।
- भविष्य में EPFO की अन्य सेवाओं को भी इसी तकनीक से जोड़ा जाएगा।
- पुराने सदस्य भी अब फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग करके अपने UAN को एक्टिवेट कर सकते हैं।
EPFO ने नियोक्ताओं से भी आग्रह किया है कि वे इस नई प्रक्रिया को अपनाएं और नए कर्मचारियों के UAN जेनरेशन में सहयोग करें। इसके अतिरिक्त, जल्द ही यह तकनीक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Digital Life Certificate) के लिए भी लागू की जाएगी, जिससे पेंशनभोगियों को बड़ी राहत मिलेगी और उन्हें अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह कदम EPFO की डिजिटल इंडिया पहल को और मजबूत करेगा और कर्मचारियों के लिए सेवाओं की पहुंच को आसान बनाएगा।