एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की आधी रात की एयर स्ट्राइक के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इस घटनाक्रम के चलते मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपना प्रस्तावित बंजार दौरा रद्द कर दिया है। उन्हें आज कुल्लू जिले की तीर्थन घाटी में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम में हिस्सा लेना था, लेकिन वायुसेना की कार्रवाई के बाद राज्य में बढ़े सुरक्षा तनाव को देखते हुए उन्होंने सचिवालय में एक आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में प्रदेश की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की जाएगी और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अहम निर्णय लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर प्रदेश में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करेंगे। राज्य सरकार ने सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं। इसी कड़ी में राजधानी शिमला में आज शाम को मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट का आयोजन किया जाएगा, ताकि आम नागरिकों को आपात स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया करनी है, इसकी जानकारी दी जा सके। शिमला के संजौली क्षेत्र और उपायुक्त कार्यालय परिसर में शाम 4:00 बजे मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। 4 बजे सायरन बनेगा और 10 मिनट की मॉक ड्रिल शुरू होगी। उसके बाद फिर सायरन के साथ मॉक ड्रिल का समापन होगा। उपायुक्त ने कहा कि यह केवल अभ्यास है युद्ध जैसी स्थिति के दौरान उठाए जाने वाले जरूरी कदमों की जानकारी के लिए, इसलिए सभी लोग धैर्य बनाएं रखें और प्रशासन का सहयोग करें। अभ्यास के दौरान नागरिकों को हवाई हमले से बचाव और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
7:20 से 7:30 तक पूरे शहर में होगा ब्लैकआउट
उपायुक्त ने बताया कि आज शाम 7:20 से लेकर 7:30 तक पूरे शिमला शहर में ब्लैकआउट रहेगा और इस दौरान सभी लाइट बंद रहेंगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस दौरान अपने घरों में रहें और सड़क पर चल रहे वाहन को एक किनारे रोक कर लाइट बंद कर दें। उन्होंने लोगों से इस अभ्यास में जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
जिले में जरूरी सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ बैठक कर आने वाले दिनों के लिए सभी आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिले में खाद्य आपूर्ति विभाग के पास एक माह का राशन, पेट्रोल, डीजल और गैस सिलिंडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। विभाग को रोजाना मॉनिटरिंग और जमाखोरी रोकने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग को दवाइयों के स्टॉक के साथ आपदा से निपटने के लिए कोर टीम गठन, पैरामेडिकल, टेक्निकल स्टाफ और ब्लड बैंक की स्थिति की जांच करने को कहा गया है। ट्रांसपोर्ट विभाग को सभी बसों को तैयार रखने और यातायात सुचारू बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग को सुरक्षित इमारतों की सूची, मजदूर और मशीनरी की उपलब्धता समेत डिफेन्स रोड्स को चालू रखने को कहा गया है। जल शक्ति विभाग को पानी के स्रोतों और फायर हाइड्रेंट की जांच तथा विद्युत विभाग को पावर बैकअप सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाए रखने और हर कॉल रिसीव करने को कहा।