एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। हिमाचल दुग्ध उत्पादन संघ का अधिवेशन किसान मजदूर भवन, चाटी में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन में रामपुर, निरमंड, ननखड़ी, कोटगढ़, आनी, छतरी और करसोग क्षेत्रों के दुग्ध उत्पादकों ने भाग लिया।
बैठक में दुग्ध उत्पादकों को आ रही समस्याओं पर गंभीर चर्चा की गई तथा 30 जून 2025 को दत्तनगर में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा पर भी विचार-विमर्श हुआ।
इस अवसर पर किसान सभा के राज्य प्रतिनिधि डॉ. ओंकार शाद ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि दूध उत्पादकों को सरकार की नीतियों के कारण घाटा उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि दूध उत्पादन की लागत बढ़ गई है, फीड महंगी हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद दूध की समय पर भुगतान नहीं मिल रही। कई स्थानों पर तो दो महीने बाद भी पेमेंट नहीं हो रही है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा दूध के दाम तो बढ़ाए गए हैं, परंतु सोसायटियों में गुणवत्ता जांच के लिए मशीनों की अनुपलब्धता के चलते उत्पादकों को तय दर से कम पैसा मिल रहा है। साथ ही पशु औषधालयों में डॉक्टरों की कमी के कारण पशुओं का समय पर टीकाकरण नहीं हो पा रहा है, जिससे पशुधन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
अधिवेशन में संगठनात्मक निर्णय भी लिए गए, जिसमें प्रेम चौहान को संयोजक, रणजीत ठाकुर को सह-संयोजक नियुक्त किया गया। साथ ही देवकी नंद, पूर्ण, तुला राम, सुभाष, दुर्गा नंद, चमन, विजय, हरविंदर, राजू ठाकुर, कृष्णा राणा, हरदयाल कपूर, मोहर सिंह, निहाल चंद, काकू कश्यप, दर्शन, कृष्ण चंद और बिहारी लाल को समिति सदस्य चुना गया।