एआरबी टाइम्स ब्यूरो
दिल्ली। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने नई दिल्ली में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर हिमाचल प्रदेश के लिए उदार रवैया अपनाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत राज्य का विकास पूरी तरह से सड़कों और पुलों के विस्तार पर निर्भर करता है।
बैठक के दौरान उप-मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष परिवहन विभाग से संबंधित प्रमुख मामलों को उठाया। उन्होंने अखिल भारतीय टैक्सी परमिट की अवधि को मौजूदा 12 वर्ष से बढ़ाकर 15 वर्ष करने की मांग भी की। इस मामले पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस पर विचार करेंगे और संबंधित अधिकारियों को मामले पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्रीय मंत्री से हिमाचल प्रदेश को पूंजी निवेश (पुराने वाहनों को हटाने के लिए प्रोत्साहन) के लिए विशेष सहायता योजना के तहत शेष धनराशि 7.63 करोड़ रुपये शीर्घ जारी करने का अनुरोध किया। केंद्रीय परिवहन मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत धनराशि जारी करने के निर्देश दिए।
उप-मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि नंगल से जैजों तक सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जा सकता है। जिस पर केंद्रीय मंत्री ने गति शक्ति योजना के तहत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 429 करोड़ रुपये की डीपीआर पहले ही तैयार की जा चुकी है और इसे गति शक्ति योजना के तहत भारत सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि अमृतसर से होशियारपुर तक एनएच-503ए के प्रस्तावित फोर लेनिंग कार्य को बनखंडी (हिमाचल प्रदेश की सीमा) से झलेड़ा तक बढ़ाया जा सकता है। जाेकि श्री आनंदपुर साहिब और माता चिंतपूर्णी को जोड़ेगा। उन्होंने चंडीगढ़ से बद्दी औद्योगिक क्षेत्र के बीच कनेक्टिविटी का मामला भी उठाया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह मामला पहले ही भारत सरकार के विचाराधीन है।
उप-मुख्यमंत्री ने यह भी अनुरोध किया कि सीआरआईएफ के तहत 48.69 करोड़ रुपये की लागत से जैजों मोड़ से टाहलीवाल चौक वाया भाई-का-मोड़ सम्पर्क मार्ग और 3 पुल को स्तरोन्नत करने को शीघ्र स्वीकृति प्रदान की जाए।