एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रिकांगपिओ। राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिले की हंगरंग घाटी स्थित नाको ग्राम पंचायत के नाको मठ में आयोजित होने वाले राष्ट्र स्तरीय नरो गयनडुब कार्यक्रम (27-29 अगस्त, 2025) से संबंधित बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म के तहत होने वाले इस आयोजन का किन्नौर में आयोजन गौरव का विषय है। मंत्री ने अधिकारियों को सफल आयोजन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार बौद्ध संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए संकल्पबद्ध है और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू इसे प्रोत्साहित कर रहे हैं।
मंत्री ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं, समाधान के दिए निर्देश
इस अवसर पर मंत्री ने हंगरंग घाटी के लोगों से संवाद कर जनसमस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने ट्रांसफॉर्मर स्थापना, पेयजल सुविधा, चिकित्सकों की उपलब्धता, नाको में सार्वजनिक शौचालय व सफाई कर्मियों की नियुक्ति जैसी मांगें रखीं।
राजस्व मंत्री ने जिला प्रशासन को समस्याओं के चरणबद्ध समाधान के निर्देश दिए।
दुर्गम क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
मंत्री ने खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग को आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए दुर्गम क्षेत्रों में राशन, तेल व गैस का भंडारण सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने परिवहन विभाग को एचआरटीसी बस सेवाएं नियमित बनाए रखने तथा पर्यटन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए।
प्राचीन मूरंग किले के जीर्णोद्धार कार्य का किया निरीक्षण
बैठक के बाद मंत्री जगत सिंह नेगी ने किन्नौर के मूरंग गांव में स्थित ऐतिहासिक किले के जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया। लगभग 3 करोड़ रुपए की लागत से हो रहे कार्यों में सार्वजनिक शौचालय, पार्किंग, सामुदायिक भवन एवं रसोई घर की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस कार्य से स्थानीय युवाओं को पर्यटन के माध्यम से रोजगार व स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे और राज्य की सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर बौद्ध गुरु रिनपोछे, उपायुक्त डॉ. अमित कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक अभिषेक शेखर, वनमण्डलाधिकारी अरविंद कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी, कांग्रेस सचिव नरेश चंद्र नेगी, तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी और कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।