एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा नवनियुक्त कुलसचिव को एक मांग पत्र सौंपा गया, जिसमें छात्रों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं और मुद्दों को लेकर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई।
एसएफआई विश्वविद्यालय परिसर अध्यक्ष अंकुश राणा ने कहा कि लंबे समय से विश्वविद्यालय में बसों की संख्या में भारी कमी आई है। जहां पहले परिसर में 6 बसें संचालित होती थीं, वहीं अब केवल 3 बसें ही बची हैं। उन्होंने बताया कि कार्यकारी परिषद (EC) की बैठक में नई बसों की खरीद को लेकर निर्णय लिया जा चुका है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। एसएफआई ने मांग की कि छात्रों की सुविधा हेतु जल्द से जल्द नई बसें खरीदी जाएं।
इसके साथ ही हॉस्टल की जर्जर स्थिति और सीमित उपलब्धता पर भी संगठन ने चिंता जताई। अंकुश राणा ने कहा कि विश्वविद्यालय में लगभग 4000 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन केवल 1200 के लिए ही छात्रावास की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने विश्वविद्यालय के हॉस्टलों के शीघ्र नवीनीकरण और विस्तार की मांग की।
एसएफआई द्वारा एक और अहम मुद्दा गैर-शिक्षक कर्मचारियों की लंबित भर्ती को लेकर उठाया गया। संगठन के अनुसार, वर्ष 2020 में 274 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें आवेदनों के माध्यम से लगभग 4 करोड़ रुपये एकत्रित किए गए, लेकिन आज तक नियुक्तियां नहीं की गईं। इसे छात्रों के साथ धोखा करार देते हुए एसएफआई ने मांग की कि भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए।
कुलसचिव ने सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, एसएफआई ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो संगठन समस्त छात्र समुदाय को साथ लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ एक उग्र आंदोलन छेड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।