Himachal : कर्मचारियों की दो टूक- नहीं चाहिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम, सरकार जबरन लागू न करे

एआरबी टाइम्स ब्यूरो 

शिमला। न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ की रविवार को राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में यूनिफाइड पेंशन स्कीम  (यूपीएस) का कर्मचारियों ने तीखा विरोध किया। कर्मचारियों ने दो टूक कहा है कि उन्हें यूपीएस नहीं चाहिए और न ही सरकार इसे लागू करने का प्रयास करे। अगर प्रदेश में यूपीएस जबरन लागू की गई थी तो इसका हर स्तर पर तीखा विरोध होगा। राज्य अध्यक्ष ने सभी कर्मचारियों ने यूपीएस के खिलाफ एकजुटता दिखाने की अपील की। उन्होंने कहा कि महासंघ मार्च में जिलास्तरीय बैठकें करेगा और इसके खिलाफ विरोध की रणनीति तैयार की जाएगी।  उन्होंने कहा कि पूरे देश के कर्मचारी  NPS/UPS के खिलाफ है क्योंकि यह शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के हित में नहीं है। साथ ही यह पूंजीवादी और शोषणकारी व्यवस्था देश हित में भी नहीं है, इसलिए हम पुरानी पेंशन की बहाली एवं NPS/UPS की समाप्ति के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन हो रहे हैं। प्रदेश के सभी कर्मचारियों से  उम्मीद करते हैं  कि इस संघर्ष की कड़ी में सभी महासंघ का साथ दें क्योंकि यह लड़ाई सबकी है। बैठक में तय किया गया कि 25 फरवरी से एनपीएस और यूपीएस के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। इस दौरान अपने-अपने क्षेत्र के सांसदों को NPS/UPS के खिलाफ ज्ञापन दिया जाएगा और प्रधानमंत्री पुरानी पेंशन की बहाली की मांग की जाएगी।

एक अप्रैल काे देशभर में मनाएंगे काला दिवस

एक अप्रैल को काला दिवस मनाया जाएगा। NPS/UPS के खिलाफ पूरे देश मे एक साथ काला दिवस मनाना। जहां भी हो सुबह से सभी लोग काली पट्टी बांध कर कार्य करेंगे। एक मई को जंतर-मंतर दिल्ली में प्रदर्शन होगा। महासचिव भरत शर्मा ने कहा सभी साथी इन कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी निभाएं क्योंकि हम सब पुरानी पेंशन में हैं लेकिन  UPS-NPS का विरोध आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ी का बुढ़ापा सुरक्षित हो सके। बैठक में जिला अध्यक्ष शिमला कुशाल शर्मा, अध्यक्ष बिलासपुर राजिंदर वर्धन, अध्यक्ष  मंडी लेखराज, अध्यक्ष किन्नौर वीरेंद्र जिंटू, अध्यक्ष सिरमौर सुरेन्द्र पुंडीर, संजीव शर्मा,नारायण हिमराल,विजय काधारी,मीरा शर्मा,सुनीता मेहता,कन्हैया राम सैनी, मोहन नेगी,अमर त्यागी ,नरेंद्र,किशन,धर्मेंद्र,प्रकाश,कुशल ठाकुर,मनमोहन, सुरजीत,निर्मल राज, कश्मीर सिंह,रिंकू आदि उपस्थित रहे

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