एआरबी टाइम्स ब्यूरो
नित्थर(कुल्लू)। हिमाचल दुग्ध उत्पादन संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक आज विश्राम गृह निथर में संपन्न हुई, जिसमें दूध उत्पादकों की विभिन्न समस्याओं पर गंभीर चर्चा की गई। बैठक में 2 जुलाई को दतनगर में प्रस्तावित प्रदर्शन की रूपरेखा पर भी विचार-विमर्श किया गया।
बैठक की अध्यक्षता किसान सभा निरमंड ब्लॉक के अध्यक्ष देवकी नंद और निहाल चंद ने की। उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन आज घाटे का सौदा बनता जा रहा है। महंगाई के चलते उत्पादन लागत में भारी वृद्धि हुई है, खासकर फीड की कीमतें आसमान छू रही हैं। इसके बावजूद दूध की समय पर पेमेंट नहीं हो रही है। कई स्थानों पर दो-दो महीने की देरी से भुगतान हो रहा है जिससे उत्पादक आर्थिक संकट में हैं।
उन्होंने बताया कि भले ही सरकार ने दूध का समर्थन मूल्य बढ़ाया है, लेकिन दूध की गुणवत्ता मापने की मशीनें सोसायटियों में न होने के कारण उत्पादकों को निर्धारित मूल्य से कम भुगतान मिल रहा है। कई क्षेत्रों में आज भी दूध की दरें मात्र ₹35 से ₹40 प्रति लीटर हैं।
एक अन्य गंभीर मुद्दा पशु औषधालयों में डॉक्टरों की कमी का रहा। वक्ताओं ने बताया कि समय पर टीकाकरण न होने के कारण पशु रोग ग्रसित हो रहे हैं और उत्पादन क्षमता प्रभावित हो रही है।
दुग्ध उत्पादन संघ ने प्रदेश सरकार से निम्नलिखित मांगें रखीं:
सभी दुग्ध सहकारी सोसायटियों में दूध की गुणवत्ता मापने हेतु टेस्टिंग मशीनें उपलब्ध करवाई जाएं।
दूध की पेमेंट हर माह की 10 तारीख से पहले सुनिश्चित की जाए।
पशु औषधालयों में रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए।
सभी सोसायटियों में फीड की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
बैठक में रणजीत, बिना, अमी चंद, पदम, सुदर्शन, श्याम लाल, निर्मला, पिंकी, रोमिला, कृष्णा देवी, गुदला देवी, नरमू राम, उमा देवी, भाग चंद, चंद्रा देवी समेत अन्य सदस्यों ने भाग लिया।