एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। हिमाचल किसान सभा लुहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट प्रभावित कमेटी के आह्वान पर मंगलवार को सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) के बायल कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया। किसानों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार व प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई।
प्रदर्शन को किसान सभा कमेटी के महासचिव देवकी नंद, अध्यक्ष कृष्णा राणा, हिमाचल किसान सभा के राज्य महासचिव राकेश सिंघा, डॉ. ओंकार शाद, जिला अध्यक्ष प्रेम चौहान, काकू कश्यप और दिनेश मेहता ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसान लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है।
किसानों का आरोप है कि परियोजना निर्माण से क्षेत्र में धूल और ब्लास्टिंग के कारण फसलों व मकानों को नुकसान हुआ है। हालांकि, अब तक केवल देलठ पंचायत को वर्ष 2021-22 का ही मुआवजा मिला है, जबकि देहरा और गड़ेच पंचायतों में सर्वे होने के बावजूद मुआवजा लंबित है। इसी तरह, नीरथ पंचायत में मकानों की दरारों का मुआवजा दिया गया, लेकिन देहरा, देलठ और शमाथला पंचायतों के प्रभावितों को अभी तक राहत नहीं मिली है।
प्रभावित किसानों को रोजगार भी नहीं दिया गया, जबकि परियोजना में उनकी जमीन अधिग्रहित की गई है। 128 परिवारों को अब तक एकमुश्त राशि भी नहीं मिली है।
नेताओं ने प्रशासन और सरकार को 10 अप्रैल तक समस्याओं का समाधान करने की चेतावनी दी, अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रदर्शन में पदम, रणजीत, वेद राम, हरदयाल, कपिल, परस राम, ममता, भगवान, कुलदीप, वीरेंद्र, दरशन, देवेंद्र, जन्मेश, अमी चंद, कमला देवी, विमला, पुष्पा, करिश्मा, सुनीता, सरोजनी देवी सहित कई किसान शामिल रहे।