एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। सर्वपल्ली राधाकृष्णन बीएड व एमएड संस्थान, नोगली द्वारा छात्रों के लिए किन्नौर व लाहौल-स्पीति का पाँच दिवसीय समृद्ध शैक्षिक भ्रमण आयोजित किया गया। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य प्रशिक्षु छात्रों को हिमालयी क्षेत्र की सांस्कृतिक, भौगोलिक व जैव विविधता से प्रत्यक्ष रूप से परिचित कराना था।
इस दौरान छात्रों ने किन्नौर, काजा, विश्व के उच्चतम गांव कोमिक, दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित पोस्ट ऑफिस हिक्किम, और रात के समय मिल्की वे के दर्शन के लिए प्रसिद्ध लांग्जा का दौरा किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने किब्बर, की मोनेस्टरी, एशिया के सबसे ऊंचे पुल छिछिम, पिन वैली, विश्व के प्राचीनतम मठों में से एक ताबो मठ, नाको झील और स्पीति-सतलुज संगम स्थल खाब का भी भ्रमण किया।
इस यात्रा ने प्रशिक्षुओं को क्षेत्र की समृद्ध बौद्ध विरासत तथा लाहौल-स्पीति के कठोर जीवन में आने वाली प्राकृतिक चुनौतियों को समझने का सुअवसर प्रदान किया।
संस्थान के अध्यक्ष डॉ. मुकेश शर्मा ने बताया कि संस्थान प्रतिवर्ष ऐसे शैक्षिक दौरों का आयोजन करता है जो न केवल छात्रों के दृष्टिकोण को विस्तृत करता है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विविधताओं की गहन समझ विकसित करने में सहायक होता है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान केवल पाठ्यक्रम की पढ़ाई तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि छात्रों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों से भी अवगत कराना चाहता है।