एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय इकाई के उपाध्यक्ष अक्षय ठाकुर ने कहा कि यह प्रदर्शन छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए बस सुविधा, छात्रावास निर्माण, छात्र संघ चुनाव की बहाली और गैर-शिक्षक पदों की भर्ती जैसी अहम मांगों को लेकर किया गया।
बस सुविधा की भारी कमी
अक्षय ठाकुर ने बताया कि विश्वविद्यालय में लगभग 7-8 हजार छात्र अध्ययनरत हैं, लेकिन परिवहन की सुविधा सिर्फ तीन बसों तक ही सीमित है। इससे विद्यार्थियों को रोजाना भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
गैर-शिक्षक भर्ती की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में गैर-शिक्षक कर्मचारियों की भारी कमी के कारण प्रशासनिक कार्यों में अनावश्यक विलंब हो रहा है। ABVP ने सरकार से मांग की कि इन पदों को शीघ्र भरा जाए ताकि शैक्षणिक एवं प्रशासनिक प्रक्रियाएं सुचारू रूप से चल सकें।
छात्र संघ चुनाव बहाली की पुरजोर मांग
अक्षय ठाकुर ने छात्र संघ चुनाव को छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार बताते हुए कहा कि सरकार ने इसे तानाशाही रवैये से छीन लिया है। ABVP ने इसे जल्द बहाल करने की मांग की और कहा कि छात्रों को अपनी बात कहने और प्रतिनिधित्व करने का अधिकार मिलना चाहिए।
छात्रावासों की कमी, निजी कमरों का बोझ
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में पर्याप्त छात्रावासों की कमी है, जिसके चलते कई छात्र किराए के कमरों में रहकर आर्थिक बोझ झेल रहे हैं। ABVP ने नए छात्रावासों के निर्माण की मांग उठाई और कहा कि इससे छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता और जीवन स्तर दोनों में सुधार होगा।
SFI पर गंभीर आरोप, हिंसा के विरोध में परिषद आक्रोशित
ABVP ने SFI पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह विचारधारा के विरोधियों पर हिंसा कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कुचलने का कार्य करती है। अक्षय ठाकुर ने कहा कि “जहां छात्र राजनीति का उद्देश्य संवाद होना चाहिए, वहीं SFI हिंसा और दवाब की नीति से काम कर रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि एक ABVP कार्यकर्ता पर सिर्फ इसलिए हमला किया गया क्योंकि वह राष्ट्रवादी विचारों का समर्थक है।