एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में जनजातीय छात्रा पर जानलेवा हमले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने विरोध प्रदर्शन किया। ABVP ने आरोप लगाया कि यह हमला SFI के सदस्यों द्वारा किया गया, जिसमें किनौर जिले के ठंगी क्षेत्र से संबंध रखने वाली एक छात्रा को तेजधार हथियार से गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।
बताया गया कि सोमवार शाम 4 बजे पुस्तकालय से छात्रावास लौटते समय समर हिल चौक के समीप SFI से जुड़े 5 लड़कियों और 9 लड़कों ने छात्रा पर हमला किया। हमले में छात्रा को गंभीर चोटें आईं और उसके जनजातीय समुदाय को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई। हमला केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी अपमानजनक था। छात्रा के “जनजातीय कोटे” से प्रवेश लेने और उसकी शारीरिक बनावट का मजाक उड़ाया गया।
ABVP विश्वविद्यालय इकाई के उपाध्यक्ष इंश ढटवालिया ने कहा कि SFI के गुंडों द्वारा विश्वविद्यालय में माहौल लंबे समय से खराब किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार नहीं, बल्कि पूर्व में भी जनजातीय छात्रों के साथ ऐसी घटनाएं घट चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह संगठन केवल मंचों पर महिला अधिकारों की बात करता है, लेकिन व्यवहार में उनके ही सदस्य छात्राओं को डराते-धमकाते और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
ABVP ने कहा कि SFI का यह दोहरा मापदंड घिनौना और निंदनीय है, जिसे विद्यार्थी परिषद बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने विश्वविद्यालय और पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए और मांग की कि दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए।
संगठन ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की ताकि पीड़ित छात्रा को न्याय मिल सके और जनजातीय छात्रों का आत्मविश्वास विश्वविद्यालय में बना रहे। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाएं SFI जैसे संगठनों की राष्ट्रविरोधी मानसिकता को उजागर करती हैं।