एआरबी टाइम्स ब्यूरो
कुल्लू। उत्तर भारत की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में शामिल श्रीखंड महादेव यात्रा इस वर्ष 10 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक आयोजित होगी। अंतिम जत्था 23 जुलाई को रवाना किया जाएगा। यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन की ओर से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उपायुक्त कुल्लू एवं श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की अध्यक्ष तोरुल एस. रवीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष आपदा में क्षतिग्रस्त हुए रूट की मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है। यात्रियों के लिए सभी बेस कैंपों पर आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।यात्रा को पांच सेक्टरों में विभाजित किया गया है। सुरक्षा, चिकित्सा, आपदा प्रबंधन और समन्वय के लिए विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं। ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य और मिल्कफेड के चेयरमैन बुद्धि सिंह ठाकुर ने भी बैठक में भाग लेकर अहम सुझाव दिए।
पंजीकरण शुल्क 250 रुपये : एसडीएम निरमंड एवं ट्रस्ट के उपाध्यक्ष मनमोहन सिंह ने बताया कि यात्रा में भाग लेने के लिए पंजीकरण अनिवार्य होगा, जिसकी शुल्क 250 रुपये रखी गई है। पंजीकरण ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा, जो कुछ दिनों में चालू होगा। सभी यात्रियों की स्वास्थ्य जांच भी अनिवार्य होगी, जिसके लिए मेडिकल टीमें तैनात रहेंगी।
पांच स्थानों पर होंगे बेस कैंप : करीब 14 दिन चलने वाली यात्रा के दौरान सिंघगाड, थाचडू, कुनशा, भीम डवारी और पार्वती बाग में बेस कैंप स्थापित किए जाएंगे। हर कैंप में सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी, पर्वतारोही संस्थान, जलशक्ति, वन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तैनात होंगे। यात्रा के दौरान रेस्क्यू टीमें और पर्वतारोहण दल भी सक्रिय रहेंगे।
श्रीखंड महादेव यात्रा एक अत्यंत कठिन और जोखिमपूर्ण धार्मिक यात्रा है, जो समुद्रतल से लगभग 18,570 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव शिला तक जाती है। इस यात्रा में सफलतापूर्वक भाग लेने के लिए भक्ति के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक तैयारी भी अत्यंत आवश्यक है। यात्रा के दौरान आवश्यक जरूरी चीजों और सावधानी बरतें। यदि आप पहली बार जा रहे हैं, तो किसी अनुभवी व्यक्ति या ट्रेकिंग ग्रुप के साथ ही जाएं। यात्रा आस्था का प्रतीक है, लेकिन सुरक्षा और तैयारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
🔶 1. पंजीकरण और दस्तावेज
ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य (₹250 शुल्क)
आधार कार्ड या कोई वैध पहचान पत्र
मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र (सरकारी अस्पताल से)
🔶 2. जरूरी सामान (Essential Gear)
मजबूत और आरामदायक ट्रेकिंग शूज़
वॉटरप्रूफ जैकेट / रेनकोट
गर्म कपड़े: स्वेटर, जैकेट, दस्ताने, टोपी
सनग्लासेज़ और सनस्क्रीन (UV सुरक्षा के लिए)
वाटर बॉटल और थर्मस
पॉवर बैंक / टॉर्च (बैकअप बैटरी सहित)
ट्रेकिंग स्टिक (चलने में सहायक)
🔶 3. दवाइयां और प्राथमिक उपचार
आवश्यक दवाइयां (BP, शुगर आदि के मरीजों के लिए)
ORS, पेन किलर, बैंडेज, एंटीसेप्टिक क्रीम
एलर्जी और सर्दी-खांसी की दवाइयां
ऊंचाई पर सांस लेने में तकलीफ के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर (छोटा)
🔶 4. खानपान
हल्का व पौष्टिक खाना
ड्राई फ्रूट्स, एनर्जी बार्स, चॉकलेट्स
पानी के पर्याप्त पाउच / फिल्टर की व्यवस्था
🔶 5. मानसिक और शारीरिक तैयारी
यात्रा से पहले 15–30 दिन तक टहलना / ट्रेकिंग अभ्यास
ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी और मौसम परिवर्तन के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करें
🔶 6. नियम और सावधानियां
बिना पंजीकरण और मेडिकल जांच के यात्रा की अनुमति नहीं
ट्रैक से बाहर न जाएं, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी बेस कैंप / हेल्पलाइन से संपर्क करें
समूह में चलें, अकेले आगे न बढ़ें