एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। शिक्षा खंड सराहन के तहत प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत प्री-प्राइमरी छात्रों की माताओं के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल को लेकर विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। दो दिवसीय खंड स्तरीय शिविर बुधवार को झाकड़ी में प्रारंभ हुआ, जिसमें 23 स्कूलों के अभिभावकों ने भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य माता-पिता, विशेषकर माताओं को बच्चों के समग्र विकास के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है।
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झाकड़ी में प्रशिक्षण शिविर में भाग लेतीं महिलाएं। |
झाकड़ी स्कूल के प्रधानाचार्य अरविंद नेगी, खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी केवल राम गुप्ता और केंद्र मुख्य शिक्षक झाकड़ी भारत भूषण चौहान ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने माताओं से इस प्रशिक्षण शिविर में पूरी तरह भाग लेने का आह्वान किया, ताकि वे अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. ओम प्रकाश नेगी ने माताओं को दो दिनों में सिखाई जाने वाली गतिविधियों और मॉड्यूल की रूपरेखा प्रस्तुत की। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत प्रारंभिक शिक्षा में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बच्चों के मानसिक, शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास में अभिभावकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह प्रशिक्षण उन्हें इस दिशा में सक्षम बनाने में सहायक होगा।
3391 प्राथमिक स्कूलों में चल रहीं प्री प्राइमरी कक्षाएं
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. नेगी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के पहले चरण में हिमाचल प्रदेश के 3,391 प्राथमिक विद्यालयों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू की थीं। इसके बाद, चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भी इस योजना का विस्तार किया गया। वर्तमान में राज्य के 6,028 प्राथमिक विद्यालयों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं संचालित हो रही हैं, जहां लगभग 50,158 बच्चे औपचारिक शिक्षा में प्रवेश से पहले मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार किए जा रहे हैं। इस अवसर पर शेर सिंह ठाकुर, गीता नेगी, अनिता कुमारी, रोहन, सतपाल सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की और इसे सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए आयोजकों को बधाई दी।