एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। एसएफआई राज्य कमेटी ने जॉब ट्रेनी योजना के खिलाफ़ डीसी ऑफिस के बाहर रैली निकाली और प्रदर्शन किया। इस दौरान संगठन के राज्य अध्यक्ष अनिल ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए तीन साल हो चुके हैं, लेकिन युवाओं को प्रतिवर्ष दो लाख नौकरियों का जो वादा किया गया था, वह अब तक अधूरा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि न केवल वादे पूरे नहीं हुए, बल्कि सरकार अब बची-खुची नौकरियों को भी खत्म करने की दिशा में ‘जॉब ट्रेनी’ जैसी योजनाएं लागू कर रही है, जो युवाओं के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है।
अनिल ठाकुर ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से ठेका प्रथा शुरू की थी, और अब कांग्रेस सरकार उसी राह पर चल रही है—पहले ‘शिक्षक वीर’ योजना और अब ‘जॉब ट्रेनी’ योजना के माध्यम से।
एसएफआई का कहना है कि ये नीतियां युवा विरोधी हैं और राज्य को विकास की बजाय पीछे धकेल रही हैं। हजारों छात्र-युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन ऐसी नीतियों से उनके सपनों पर पानी फिर रहा है।
एसएफआई ने सरकार से मांग की है कि जॉब ट्रेनी योजना को तुरंत रद्द किया जाए और प्रदेश के युवाओं के लिए स्थायी रोजगार सुनिश्चित किया जाए। अन्यथा एसएफआई पूरे प्रदेश में व्यापक आंदोलन शुरू करेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
