एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध धार्मिक चूड़धार यात्रा एक मई से शुरू होने जा रही है। इसके लिए चूड़धार चोटी पर स्थित शिरगुल देवता मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जा रहे हैं। मंदिर समिति की ओर से बताया गया कि एक मई से यात्रा विधिवत रूप से आरंभ हो जाएगी। प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। चूड़धार चोटी 11,765 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जहां भगवान शिव की भव्य प्रतिमा विराजमान है। इस स्थान पर शिमला, सिरमौर, सोलन और उत्तराखंड के जौंसार बाबर क्षेत्र के लोगों की गहरी आस्था है।
मई से नवंबर तक हजारों श्रद्धालु इस पवित्र स्थल की यात्रा करते हैं। इसके अलावा, मैदानी इलाकों से भी पर्यटक यहां की ठंडी जलवायु और धार्मिक वातावरण का अनुभव लेने के लिए पहुंचते हैं। यात्रा से पहले मंदिर परिसर और चूड़धार क्षेत्र में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। सभी सराय भवनों और शौचालयों की सफाई की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। चूड़ेश्वर सेवा समिति की ओर से हर वर्ष की भांति इस बार भी 15 मई से लंगर की व्यवस्था की जाएगी, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे यात्रा के दौरान सफाई बनाए रखें और मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उचित तैयारियों के साथ ही यात्रा करें।