एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। सोच लिटरेरी सोसाइटी ने बागा सराहन, निरमंड में एक अनोखे “ग्रीन क्लास रूम इनिशिएटिव” कार्यक्रम “लिटरेचर मीट्स नेचर” का सफल आयोजन किया। इस अभिनव पहल ने साहित्यिक अन्वेषण को प्राकृतिक आनंद के साथ जोड़ा और साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई।
यह कार्यक्रम शिक्षकों और छात्रों के लिए व्यावहारिक रूप से सीखने का एक बेहतरीन अवसर रहा। प्रतिभागियों को न केवल स्थानीय वन्यजीवों की खोज करने का मौका मिला, बल्कि उन्होंने प्रकृति की सुंदरता को नजदीक से देखा और उसकी सराहना भी की। प्रकृति से जुड़े संरक्षणात्मक गतिविधियों के माध्यम से छात्रों ने पर्यावरण संबंधी जटिल मुद्दों की बेहतर समझ विकसित की और उन्हें हल करने के लिए आवश्यक कौशल अर्जित किए।
इस कार्यक्रम ने समुदाय के साथ जुड़ाव को भी बढ़ावा दिया। शिक्षकों को स्थानीय निवासियों और छात्रों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा करने का अवसर मिला, जिससे जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना को बल मिला।
साहित्य और प्रकृति के संगम से यह कार्यक्रम एक यादगार अनुभव बन गया, जिसने छात्रों में न केवल सीखने की उत्सुकता को बढ़ाया, बल्कि पर्यावरण के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी की भावना को भी प्रबल किया।
पीजी कॉलेज रामपुर प्राचार्य डॉ. पंकज बसोतीया ने लिटरेरी सोसाइटी को इस प्रेरणादायक और रचनात्मक कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी। “लिटरेचर मीट्स नेचर” इस बात का आदर्श उदाहरण है कि कैसे शिक्षा को कक्षा की चार दीवारों से बाहर निकालकर प्रकृति की गोद में ले जाया जा सकता है।