एआरबी टाइम्स ब्यूरो
किन्नौर। राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला के रिकांगपिओ स्थित पुलिस लाइन के समीप छोसखोरलिंग बौद्ध मंदिर में बौद्ध धर्म गुरु परम पावन दलाई लामा जी के 90वें जन्मोत्सव एवं करुणा वर्ष समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस अवसर पर मंत्री जगत सिंह नेगी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार बौद्ध धर्म एवं भोटी भाषा के संरक्षण और संवर्धन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों की भावी पीढ़ी को अपनी समृद्ध संस्कृति और बौद्ध विचारधारा से जोड़ना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि मेलों और पारंपरिक आयोजनों को प्रोत्साहित करके लोगों में भाईचारा, सांस्कृतिक मूल्यों और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जा सकता है। मंत्री नेगी ने विशेष रूप से युवा वर्ग से अपील की कि वे परम पावन दलाई लामा जी के जीवन से प्रेरणा लें और आत्मविकास के लिए उनके आदर्शों का अनुसरण करें।
उन्होंने कहा कि दलाई लामा जी ने बौद्ध धर्म को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है, और उनके प्रयासों से तिब्बती समुदाय ने अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की है। मंत्री नेगी ने उपस्थित जनसमूह से आग्रह किया कि वे बौद्ध साहित्य का अध्ययन करें, अपनी भाषा और संस्कृति को आत्मसात करें और चरित्र निर्माण के माध्यम से समाज को सशक्त बनाएं।
उन्होंने बताया कि धर्मगुरु दलाई लामा को 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने तिब्बत में मानव अधिकार हनन के मामलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाया गया तथा धर्म गुरु द्वारा सदैव तिब्बत के मसले को संवाद द्वारा हल करने पर बल दिया गया है।
उन्होंने लामाओं से भी आग्रह किया कि वे गांव-गांव जाकर बौद्ध धर्म का प्रचार करें और भोटी भाषा में लिखे ग्रंथों का सरल भाषा में अनुवाद करें, जिससे हर वर्ग के लोग बौद्ध धर्म के प्रति रुचि विकसित कर सकें।
समारोह में स्थानीय महिला मंडलों और स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत किन्नौरी लोक नृत्य ने समा बांध दिया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक शेखर, उपमंडलाधिकारी कल्पा अमित कल्थाईक, जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य डॉ. सूर्या बोरस नेगी, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण दिनेश सेन, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति अभिषेक शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी, बौद्ध विचारक डॉ. रोशन लाल नेगी, युवारंगी पंचायत की प्रधान गंगा देवी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं लामागण उपस्थित रहे।