Shimla: पैलिएटिव देखभाल की दिशा में बड़ा कदम: घर-द्वार पर मिलेगी स्वास्थ्य सुविधा

एआरबी टाइम्स ब्यूरो

शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्वास्थ्य विभाग की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश में शीघ्र पैलिएटिव देखभाल अभियान  शुरू करने की बात कही, इसका उद्देश्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित वृद्धजनों एवं अन्य पात्र लाभार्थियों को घर-द्वार पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आशा कार्यकर्ता एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) पात्र लाभार्थियों की पहचान करें। इसके बाद आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सा अधिकारी, फिजियोथेरेपिस्ट व सीएचओ की संयुक्त टीम चयनित लाभार्थियों की व्यक्तिगत उपचार योजना तैयार करेगी। यह कार्य अभियान शुरू होने के तीन माह के भीतर पूरा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में पैलिएटिव देखभाल के विशेष केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें दो डॉक्टर, दो नर्सें, एक फिजियोथेरेपिस्ट और एक परामर्शदाता तैनात होंगे। यह टीम प्रत्येक तिमाही में लाभार्थियों के घर जाकर उनकी निगरानी और आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करेगी।

बैठक में मुख्यमंत्री ने हिमकेयरआयुष्मान भारत योजना की समीक्षा करते हुए हिम परिवार नंबर से लाभार्थियों को जोड़ने की प्रक्रिया को भी तेज करने के निर्देश दिए। नए आवेदक अब तिमाही आधार पर हिमकेयर योजना में आवेदन कर सकेंगे और उन्हें समयबद्ध कार्ड जारी किए जाएंगे। साथ ही, मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल व सुपरिंटेंडेंट को 100 गंभीर रोगियों के लिए हिमकेयर कार्ड सिफारिश करने का अधिकार दिया गया है।

इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य सरकार 49 नए डायलिसिस केंद्र 41.62 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से स्थापित करेगी।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, सचिव स्वास्थ्य एम. सुधा देवी, निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. अश्वनी कुमार शर्मा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. राकेश शर्मा, विशेष सचिव नीरज कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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