एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश में अब बस यात्रा के लिए यात्रियों को पहले चार किलोमीटर के लिए 10 रुपये न्यूनतम किराया देना होगा। सरकार ने 5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये करने का निर्णय अधिसूचना के माध्यम से लागू कर दिया है। यह अधिसूचना शनिवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव (परिवहन) केके पंत की ओर से जारी की गई। नई व्यवस्था के तहत अब पहले चार किलोमीटर तक का 10 रुपये किराया वसूल किया जाएगा। इससे पहले यह न्यूनतम किराया 3 किलोमीटर के लिए 5 रुपये था। सरकार ने 5 अप्रैल को हुई मंत्रिमंडल बैठक में किराया बढ़ाने का निर्णय लिया था, लेकिन भारी विरोध के चलते इसे होल्ड कर दिया गया था। अब 14 दिन बाद इसे लागू कर दिया गया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब प्रदेश पहले से ही महंगाई की मार झेल रहा है। प्राइवेट बस ऑपरेटर लंबे समय से किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे। एचआरटीसी ने भी निदेशक मंडल की बैठक में किराया बढ़ाने का प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा था।
विपक्ष ने किया तीखा विरोध : विपक्ष ने इस निर्णय की कड़ी आलोचना की है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इसे गरीब और मध्यम वर्ग पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा कि यह उन परिवारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालेगा जो पहले से महंगाई से जूझ रहे हैं। उन्होंने सरकार से यह फैसला तुरंत वापस लेने की मांग की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार आत्मनिर्भरता के नाम पर आम लोगों पर महंगाई का बोझ डाल रही है। उन्होंने इसे जनविरोधी और गरीब विरोधी कदम बताया और कहा कि पार्टी इसका पुरजोर विरोध करेगी। इस फैसले से छात्रों, दैनिक यात्रियों, मजदूरों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों पर सीधा असर पड़ेगा। आम जनता पहले ही रोजमर्रा की बढ़ती लागत से परेशान है, ऐसे में किराया वृद्धि और अधिक दबाव बनाएगी।