एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। जिला शिमला के युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए द्वार खुलते हुए शुक्रवार को जिला स्तरीय समिति ने 10 निजी शिक्षण संस्थानों को कौशल विकास भत्ते के लिए इम्पैनल कर दिया है। यह निर्णय उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी निजी शिक्षण संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें ताकि युवाओं को व्यावसायिक दक्षता हासिल हो और वे स्वावलंबी बन सकें। उन्होंने कहा कि “कौशल होगा तो भविष्य सुदृढ़ होगा”, और इस दिशा में ये संस्थान अहम भूमिका निभाएंगे। इन शिक्षण संस्थानों को विभिन्न कोर्सों जैसे DCA, PGDMCA, O Level, Tally, Stenography, Java आदि के लिए इम्पैनल किया गया है, जिससे प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को सरकार की ओर से मासिक कौशल विकास भत्ता दिया जाएगा। प्रत्येक संस्थान का इम्पैनलमेंट हर दो वर्ष बाद नवीनीकरण के अधीन रहेगा, जिससे गुणवत्ता पर निरंतर निगरानी बनी रहेगी। इस अवसर पर रोजगार अधिकारी देवेंद्र कुमार, प्रधानाचार्य आईटीआई शिमला कार्तिक ठाकुर, तथा डीआरडीए के अकाउंट ऑफिसर हेमंत जोक्टा भी उपस्थित रहे। यह पहल युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें बाजार की मांग के अनुसार कुशल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इम्पैनल किए गए प्रमुख संस्थान और सीटें:
- इंडो टेक्नीकल इंस्टीच्यूट, शकड़ाह – 60 सीटें (DCA)
- भरत कम्प्यूटर एजुकेशन, हलोग धामी – 60 सीटें (DMCA, PGDMCA)
- साईं डिजिटेक प्रोफेशनल इंस्टीच्यूट, खलीनी – 76 सीटें (O Level)
- हिम प्रोडक्टिव इंस्टीच्यूट, लक्कड़ बाजार – 200 सीटें (DMCA, PGMCA, टैली, स्टेनोग्राफी)
- अन्य 6 संस्थानों में भी 60 से 120 सीटों की स्वीकृति प्रदान की गई है।