शिमला। हिमाचल प्रदेश में बुधवार को हुई भारी बारिश ने तबाही मचाई है। कुल्लू, लाहौल-स्पीति और कांगड़ा जिलों के नालों में बाढ़ आने से अब तक 9 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं, जबकि 2 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। प्रशासन को आशंका है कि लापता लोगों की संख्या 15 से 20 तक हो सकती है। सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। कांगड़ा के खनियारा में 6 मजदूरों के लापता होने की पुष्टि हुई है। कुल्लू के सैंज के रैला बिहाल क्षेत्र में भी 3 लोग लापता हैं। बाढ़ ने एक निर्माणाधीन बिजली प्रोजेक्ट की मशीनरी को भी नुकसान पहुंचाया है।
कुल्लू के सैंज, जीवा नाला, शिलागढ़ और बंजार के होरनगाड़ इलाके में बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गईं। इससे 2000 से ज्यादा टूरिस्ट तीर्थन वैली, शांघड़, जीभी, शोजा, कसोल और सैंज घाटी में फंस गए। राहत की बात यह है कि सभी टूरिस्ट होटलों और होम स्टे में सुरक्षित हैं। जिला प्रशासन ने सड़कों की बहाली के बाद उन्हें निकालने का भरोसा दिया है। भारी बारिश के चलते 8 से ज्यादा गाड़ियां बह गईं और 4 मकानों को नुकसान पहुंचा। एक स्कूल, एक पटवार सर्कल, एक गोशाला और 10 से अधिक छोटे पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
10 जिलों में आज भी भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने आज भी बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना और हमीरपुर में भारी बारिश की चेतावनी दी है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों को नदी-नालों और भूस्खलन संभावित इलाकों में न जाने की सलाह दी गई है। वहीं राहत की उम्मीद है कि आज रात से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस थोड़ा कमजोर हो सकता है। शिमला में सुबह से मौसम साफ बना हुआ है।