एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग के अलर्ट के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन जिलों के सभी स्कूलों को सोमवार को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से जारी रेड अलर्ट के दृष्टिगत यह निर्णय विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है।
मौसम विभाग ने बताया है कि राज्य में अगले 24 घंटों के दौरान व्यापक वर्षा की गतिविधि देखने को मिल सकती है, जिसकी तीव्रता आज शाम से और बढ़ने की संभावना है। बीते 24 घंटों में भी प्रदेश में कई क्षेत्रों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसे ध्यान में रखते हुए, जिला सोलन, सिरमौर, कांगड़ा और मंडी के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे भूस्खलन, जलभराव और नदियों के जलस्तर में वृद्धि का खतरा बना हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और नागरिकों से अपील की गई है कि वे स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक रूप से नदी-नालों या भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की ओर न जाएं।
चमियाना अस्पताल की सड़क बंद, संजौली में मलबे में दबा मकान
लगातार बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन (Landslide) की घटनाएं सामने आई हैं। रविवार को शिमला के चमियाना अस्पताल की ओर जाने वाली सड़क मलबा गिरने से बंद हो गई है। भट्टाकुफर में गाड़ियों पर पत्थर गिरे, जबकि संजौली में मलबा गिरने से एक मकान दब गया, जिसमें मां-बेटी फंस गईं। प्रशासन मौके पर पहुंचा है। मंडी में पंडोह डैम भरने के बाद इसके पांच गेट खोल दिए गए हैं। ब्यास नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। मंडी प्रशासन ने लाउडस्पीकर से नदी किनारे न जाने की अपील की है। चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर धर्मपुर के चक्की मोड़ के पास लैंडस्लाइड के चलते यातायात बाधित हुआ। कालका-शिमला रेल ट्रैक भी भूस्खलन की चपेट में आया।