एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर, महासचिव डॉ. रणजीत वर्मा और उपाध्यक्ष आमला कश्यप ने डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में कुलपति पद को लेकर उत्पन्न स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। शनिवार को संयुक्त प्रेसवार्ता में युकां नेताओं ने कहा कि कुलपति डॉ. राजेश्वर सिंह चंदेल का कार्यकाल 8 मई को समाप्त हो रहा है, परंतु नए कुलपति की नियुक्ति के लिए अभी तक कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। साथ ही, यह आशंका जताई गई कि डॉ. चंदेल को विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधानों की अवहेलना कर पद पर बने रहने दिया जा सकता है, जबकि उनकी नियुक्ति को पहले ही एक वरिष्ठ प्रोफेसर ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। याचिका में कहा गया है कि चयन समिति में आईसीएआर महानिदेशक का न होना अधिनियम की धारा 24 का उल्लंघन है।
युवा कांग्रेस ने उच्च न्यायालय द्वारा हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर में भी ऐसे ही मामले में नियुक्ति रद्द किए जाने का हवाला दिया। साथ ही यह भी बताया गया कि कुलपति के स्थान पर वरिष्ठ डीन को कार्यभार सौंपना अधिनियम की धारा 24(5) का उल्लंघन होगा। उनका आरोप है कि यह कदम भगवाकरण एजेंडे को बढ़ावा देने और पक्षपातपूर्ण नियुक्ति के उद्देश्य से उठाया जा रहा है। युवा कांग्रेस ने मांग की कि कार्यकाल समाप्ति के बाद डॉ. चंदेल को पद पर बने रहने की अनुमति न दी जाए और विश्वविद्यालय अधिनियम के अनुसार वरिष्ठतम योग्य प्रोफेसर को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया जाए। मांगें न माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई।