एआरबी टाइम्स ब्यूरो
धर्मशाला। कांगड़ा जिले के फतेहपुर उपमंडल क्षेत्र की एक महिला साइबर ठगी का शिकार हो गई। ठगों ने खुद को आरबीआई का अधिकारी बताते हुए महिला को “डिजिटल अरेस्ट” का डर दिखाकर उससे 31.70 लाख रुपये ठग लिए। यह पूरी राशि ठगों ने एक ही दिन में हथिया ली। महिला ने बुधवार को साइबर क्राइम थाना धर्मशाला में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई है।
घटना 5 मई को शुरू हुई जब महिला के पास एक फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का अधिकारी बताया और कहा कि महिला का आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शामिल है। साथ ही उसके नाम पर एक संदिग्ध सिम कार्ड जारी होने की बात कही गई। इसी बहाने ठगों ने महिला से उसकी बैंक डिटेल्स, घर के सदस्यों की जानकारी और खातों में जमा धनराशि के बारे में पूछताछ की। महिला अपने बच्चों के साथ रहती है और पति का निधन हो चुका है। वह पति की पेंशन से घर का खर्च चला रही है। ठगों ने उसे यह विश्वास दिलाया कि अगर वह पैसे एक निश्चित खाते में जमा कर देगी तो उस राशि की जांच होगी और उसके बाद उसे निर्दोष साबित किया जाएगा। डर और भ्रम में आकर महिला ने 6 मई को 31.70 लाख रुपये एक दिए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए।
घटना का अहसास होने के बाद महिला ने 8 मई को पुलिस से संपर्क किया और साइबर क्राइम थाना धर्मशाला में औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उधर, पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के धमकी भरे कॉल या वीडियो कॉल से डरें नहीं, सतर्क रहें। कोई भी अनजान कॉल, SMS या ई-मेल आने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें। यदि वीडियो कॉल पर कोई डराने की कोशिश करे तो स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके सबूत इकट्ठा करें। किसी भी स्थिति में पैसे ट्रांसफर न करें और अपनी निजी जानकारी साझा न करें।