एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। राजदरबार में 15 मार्च से शुरू हो रहे जिला स्तरीय फाग मेले में इस बार पहली दफा आनी खंड के 7 हार और 3 गढ़ के अधिष्ठाता गाड़ा गड़ाही के कुँईरी महादेव भी आ रहे हैं। मान्यता है कि कुँईरी महादेव जी 3 गढ़ और 7 हार के स्वामी हैं और वे अपने भक्तों के कष्टों को दूर कर सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं। साथ ही, सूखे के समय वर्षा लाने, अधिक बारिश होने पर मौसम साफ करने तथा संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रसिद्ध हैं।
इतिहास में दर्ज एक रोचक प्रसंग के अनुसार, शांगरी रियासत के राजा हिरा सिंह ने एक बार प्रभु कुँईरी महादेव को दलाश मेले में आमंत्रित किया था। संयोगवश, मेले के दौरान अत्यधिक वर्षा होने के कारण राजा को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। जब मौसम में कोई सुधार नहीं हुआ, तब राजा ने गूर के माध्यम से देव वाणी द्वारा कुँईरी महादेव जी से संवाद किया। देवता ने राजा को मौसम साफ होने का आशीर्वाद दिया, और शीघ्र ही बारिश थम गई तथा मौसम सुहावना हो गया। इस चमत्कार से प्रभावित होकर, राजा हिरा सिंह ने गूर को इनामस्वरूप पुराने चांदी के 5 सिक्के भेंट किए और प्रभु कुँईरी महादेव जी को जतरौली और सूरज पंखे अर्पित किए। साथ ही, आनी में राणी बेडा में विराजमान होने के लिए स्थान भी प्रदान किया।
अब, फाग मेले में भाग लेने के लिए प्रभु कुँईरी महादेव जी अपने पूरे लाव-लश्कर के साथ 13 मार्च को अपने पवित्र धाम कुँईर से प्रस्थान करेंगे। यात्रा कारदार इंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि इसी दिन, वे रात्रि विश्राम बहना स्थित बैहनी महादेव जी के मंदिर में करेंगे। इसके बाद, 14 मार्च की रात्रि को ठहराव नीरथ में होगा और 15 मार्च को पूर्वाह्न 11 बजे वे फाग मेले में भव्य रूप से विराजमान होंगे।